Chanakya Neeti, Anmol Vachan In Hindi: सदियों पहले कही गयी की चाणक्य नीति और सिद्धांत और अनमोल वचन इतने नैशार्गिक है की आज भी उन्हें हम अपने जीवन में अमल लेकर सफलता और उन्नति के पथ को पा सकते है | आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गयी बातें नीतिया सभी स्त्री पुरुष को अपने जीवन में उतरना चाहिए | चाणक्य की नीतियों में सभी के सुखी और खुशाल और स्वस्थ जीवन का सत्य छुपा हुआ है |
“गरीब धन की इच्छा करता है, पशु बोलने योग्य होने की, आदमी स्वर्ग की इच्छा करते हैं और धार्मिक लोग मोक्ष की।” ~ आचार्य चाणक्य
“जो हमारे दिल में रहता है, वो दूर होके भी पास है। लेकिन जो हमारे दिल में नहीं रहता, वो पास होके भी दूर है।” ~ आचार्य चाणक्य
“फूलों की खुशबू हवा की दिशा में ही फैलती है, लेकिन एक व्यक्ति की अच्छाई चारों तरफ फैलती है।” ~ आचार्य चाणक्य
“संकट में बुद्धि भी काम नहीं आती है।” ~ आचार्य चाणक्य
“जैसे एक बछड़ा हज़ारो गायों के झुंड मे अपनी माँ के पीछे चलता है। उसी प्रकार आदमी के अच्छे और बुरे कर्म उसके पीछे चलते हैं।” ~ आचार्य चाणक्य
“दौलत, दोस्त ,पत्नी और राज्य दोबारा हासिल किये जा सकते हैं, लेकिन ये शरीर दोबारा हासिल नहीं किया जा सकता।” ~ आचार्य चाणक्य
“पुस्तकें एक मुर्ख आदमी के लिए वैसे ही हैं, जैसे एक अंधे के लिए आइना।” ~ आचार्य चाणक्य
“शत्रुओं से अपने राज्य की पूर्ण रक्षा करें।” ~ आचार्य चाणक्य
“शिकारपरस्त राजा धर्म और अर्थ दोनों को नष्ट कर लेता है।” ~ आचार्य चाणक्य
“पृथ्वी सत्य पे टिकी हुई है। ये सत्य की ही ताक़त है, जिससे सूर्य चमकता है और हवा बहती है। वास्तव में सभी चीज़ें सत्य पे टिकी हुई हैं।” ~ आचार्य चाणक्य
“किसी भी कार्य में पल भर का भी विलम्ब ना करें।” ~ आचार्य चाणक्य
“दुर्बल के साथ संधि ना करें।” ~ आचार्य चाणक्य
“विद्या को चोर भी नहीं चुरा सकता।” ~ आचार्य चाणक्य
“संधि करने वालों में तेज़ ही संधि का होता है।” ~ आचार्य चाणक्य
“भाग्य के विपरीत होने पर अच्छा कर्म भी दु:खदायी हो जाता है।” ~ आचार्य चाणक्य
“आदमी अपने जन्म से नहीं अपने कर्मों से महान होता है।” ~ आचार्य चाणक्य
“आग सिर में स्थापित करने पर भी जलाती है। अर्थात दुष्ट व्यक्ति का कितना भी सम्मान कर लें, वह सदा दुःख ही देता है।” ~ आचार्य चाणक्य
“जो जिस कार्ये में कुशल हो उसे उसी कार्ये में लगना चाहिए।” ~ आचार्य चाणक्य
“एक राजा की ताकत उसकी शक्तिशाली भुजाओं में होती है। ब्राह्मण की ताकत उसके आध्यात्मिक ज्ञान में और एक औरत की ताक़त उसकी खूबसूरती, यौवन और मधुर वाणी में होती है।” ~ आचार्य चाणक्य
“सबसे बड़ा गुरु मंत्र, अपने राज किसी को भी मत बताओ। ये तुम्हे खत्म कर देगा।”
“जन्म-मरण में दुःख ही है।” ~ आचार्य चाणक्य
“कच्चा पात्र कच्चे पात्र से टकराकर टूट जाता है।” ~ आचार्य चाणक्य
“शत्रु की बुरी आदतों को सुनकर कानों को सुख मिलता है।” ~ आचार्य चाणक्य
“चोर और राज कर्मचारियों से धन की रक्षा करनी चाहिए।” ~ आचार्य चाणक्य
“ये मत सोचो की प्यार और लगाव एक ही चीज है। दोनों एक दूसरे के दुश्मन हैं। ये लगाव ही है जो प्यार को खत्म कर देता है।” ~ आचार्य चाणक्य
“जो गुजर गया उसकी चिंता नहीं करनी चाहिए, ना ही भविष्य के बारे में चिंतिंत होना चाहिए। समझदार लोग केवल वर्तमान में ही जीते हैं।” ~ आचार्य चाणक्य
.”एक समझदार आदमी को सारस की तरह होश से काम लेना चाहिए और जगह, वक्त और अपनी योग्यता को समझते हुए अपने कार्य को सिद्ध करना चाहिए।” ~ आचार्य चाणक्य
“संधि और एकता होने पर भी सतर्क रहें।” ~ आचार्य चाणक्य
“ईश्वर मूर्तियों में नहीं है। आपकी भावनाएँ ही आपका ईश्वर है। आत्मा आपका मंदिर है।” ~ आचार्य चाणक्य
“किसी विशेष प्रयोजन के लिए ही शत्रु मित्र बनता है।” ~ आचार्य चाणक्य