नसीब और शतरंज
Contents
- 1 नसीब और शतरंज
- 2 आप का अंदाज
- 3 ये फासलें
- 4 भाग लो
- 5 दिल में जगह
- 6 शुद्धता पे सन्देह
- 7 मर्जी के मुताबिक
- 8 वक्त का फैसला
- 9 काबिल बनो
- 10 ईमानदारी का काम
- 11 माँ के पैर
- 12 पाप कर आए हम
- 13 वक़्त की मार
- 14 जिंदगी का सफर
- 15 भीड़ से अलग
- 16 माँ की दुआ
- 17 विश्वसनीय दोस्त
- 18 मंजिल की राह
- 19 दोस्ती की मिसाल
- 20 दिल की दुआ
- 21 प्यार की भावना
- 22 मेरी जैसी लड़की
- 23 घड़ी की सुइयां
- 24 उम्र भर का साथ
- 25 चेहरे की हंसी
- 26 सच्चा दिल
- 27 नई साली आ गयी
- 28 न हारूँगा हौसला
- 29 सोचने का फर्क
- 30 संतुष्ट जीवन
- 31 हद से ज्यादा
- 32 दोस्ती दिलो को
- 33 बारिश की बूंदे
- 34 जीने का तरीका
- 35 ज़िन्दगी जख्मो से…
- 36 आदतें और वक्त़…
आज नहीं तो कल यह एहसास तुमको हो ही जाएगा कि,
नसीब से, नसीब वालों को, नसीब होतें हैं फिक्र करने वाले।
ज़िन्दगी का शतरंज;
शतरंज से भी मज़ेदार होता है,
यहाँ लोग जीत कर भी हार जाते हैं अपनी रानी से।
आप का अंदाज
यदि कोई तुम्हें नजरअंदाज कर दे तो बुरा मत मानना,
क्यूँ कि लोग हैसियत से बाहर की चीजो को अक्सर नजरंअदाज कर देते हैं।
ये फासलें
मन में जो हैं साफ-साफ कह देना चाहिए,
क्यूँ कि सच बोलने से फैसले होते हैं
और झूठ बोलने से फासलें।
भाग लो
हर प्रॉब्लम के दो सोल्युशन होते हैं।
1. भाग लो- Run Away
2. भाग लो- Participate
दिल में जगह
हर किसी को दिल में उतनी ही जगह दो जितनी वो देता है।
वरना या तो खुद रोओगे या वो तुम्हें रुलाएगा।
शुद्धता पे सन्देह
कोई अगर आपके अच्छे कार्य पर सन्देह करता है, तो करने देना।
क्योकि शक़ सदा सोने की शुद्धता पर किया जाता है,
कोयले की कालिख पर नह
मर्जी के मुताबिक
एक उम्र से तराश रहा हूँ खुद को,
कि हो जाऊं लोगों के मुताबिक,
पर हर रोज ये जमाना मुझमे,
एक नया ऐब निकाल लेता है।
वक्त का फैसला
जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखता है,
पर अपना कौन है ये सिर्फ़ वक्त बताता है।
काबिल बनो
बैर है जिन्हें मुझसे आज मेरा वक्त देखकर,
मैं खुद को इतना काबिल बनाऊँगा वो मिलेंगे मुझसे वक्त लेकर।
ईमानदारी का काम
जिंदगी में इतनी शिद्दत से निभाओ अपना किरदार,
कि पर्दा गिरने के बाद भी तालियां बजती रहें।
माँ के पैर
बदल गया है जमाना।
पहले माँ के पैर छू कर निकलते थे,
अब मोबाइल की बैटरी फुल करके निकलते हैं।
पाप कर आए हम
मंदिर में फूल चढ़ाने गये तो यह एहसास हुआ,
कि पत्थरों को खुश करने के लिए,
फूलों का कत्ल कर आए हम,
गए थे जहाँ पाप मिटने,
वहाँ एक और पाप कर आए हम।
वक़्त की मार
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी,
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया,
अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा।
जिंदगी का सफर
आगे सफर था और पीछे हमसफर था,
रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छूट जाता।
भीड़ से अलग
भीड़ में खड़ा होना मकसद नहीं है मेरा,
बल्कि भीड़ जिसके लिए खड़ी हो वो बनना है मुझे।
माँ की दुआ
ए मुसीबत जरा सोच कर आना करीब मेरे,
कहीं मेरी माँ की दुआ तेरे लिए मुसीबत न बन जाये।
विश्वसनीय दोस्त
हर नई चीज अच्छी होती है,
लेकिन दोस्त पुराने ही अच्छे होते हैं।
मंजिल की राह
मंजिले बड़ी ज़िद्दी होती हैं, हासिल कहाँ नसीब से होती हैं।
मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं, जहाँ कश्तियाँ ज़िद पर होती हैं।
भरोसा ईश्वर पर है, तो जो लिखा है तकदीर में, वो ही पाओगे।
लेकिन भरोसा अगर खुद पर है, तो ईश्वर वही लिखेगा जो आप चाहोगे
दोस्ती की मिसाल
पानी और दूध की दोस्ती।
पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया।
जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा
“मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे स्वरुप को धारण किया है,
अब मैं भी मित्रता निभाऊंगा और तुम्हें अपने मोल बिकवाऊंगा।”
दूध बिकने के बाद जब उसे उबाला जाता है तब पानी कहता है।
“अब मेरी बारी है मै मित्रता निभाऊंगा और तुमसे पहले मै चला जाऊँगा।”
दूध से पहले पानी भाप बन जाता है।
जब दूध मित्र को अलग होते देखता है,
तो उफन कर गिरता है और आग को बुझाने लगता है।
जब पानी की बूंदे उस पर डाल कर उसे अपने मित्र से मिलाया जाता है तब वह फिर शांत हो जाता है।
लेकिन इस अगाध प्रेम में थोड़ी सी खटास (निम्बू की दो चार बूँदें) डाल दी जाए
तो दूध और पानी अलग हो जाते हैं।
थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी समाप्त कर सकती है।
रिश्ते में खटास मत आने दो।
“क्या फर्क पड़ता है,
हमारे पास कितने लाख,
कितने करोड़,
कितने घर,
कितनी गाड़ियां हैं।
खाना तो बस दो ही रोटी हैं।
जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।
फर्क इस बात से पड़ता है,
कितने पल हमने खुशी से बिताये,
कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जीए।
दिल की दुआ
पलक झुका कर सलाम करते हैं,
दिल की दुआ आप के नाम करते हैं,
कुबूल हो अगर तो मुस्कुरा देना,
हम यह दिल आपके नाम करते हैं।
प्यार की भावना
रिश्तों की सिलाई अगर भावनाओं से हुई हो तो टूटना मुश्किल है
और अगर स्वार्थ से हुई हो तो टिकना मुश्किल है।
मेरी जैसी लड़की
100 आएँगी 100 जाएँगी पर मेरी जैसी तेरी अम्मा भी नहीं ढूंढ पाएँगी।
घड़ी की सुइयां
परिवार घड़ी की सुइयों जैसा होना चाहिए।
कोई छोटा, कोई बड़ा हो,
कोई स्लो, कोई फास्ट हो।
पर जब किसी के 12 बजने हों तो सब साथ हों।
उम्र भर का साथ
खताओं के बदले फूल क्या दोगे,
आंसू के बदले खुशी क्या दोगे,
हम चहाते हैं आप से उम्र भर का साथ,
हमारे इस सबाल का आप जबाब क्या दोगे?
चेहरे की हंसी
परखो तो कोई अपना नहीं,
समझो तो कोई पराया नहीं,
चेहरे की हंसी से गम को भुला दो,
कम बोलो पर सब कुछ बता दो,
खुद ना रूठो पर सबको हंसा दो,
यही राज है ज़िन्दगी का,
जियो और जीना सिखा दो।
सच्चा दिल
रिश्ता दिल से होना चाहिए शब्दों से नहीं,
नाराजगी शब्दों में होनी चाहिए दिल में नहीं।
नई साली आ गयी
कुछ लोग तो ऐसे खुश हो रहे हैं जैसे नया साल नहीं बल्कि नई साली आ गई हो।
न हारूँगा हौसला
न पूछो कि मंजिल कहाँ है,
अभी तो सफर का इरादा किया है,
न हारूँगा हौसला उम्र भर,
मैंने किसी से नहीं, खुद से वादा किया है।
सोचने का फर्क
हम वस्ताव में तीन प्रकार के लोग होते हैं।
जैसा कि हम सोचते हैं।
जैसा कि दूसरे हमारे बारे में सोचते हैं।
जैसा कि हम वास्तव में हैं।
संतुष्ट जीवन
यदि आप अपनी क्षमता से कम में ही संतुष्ट होकर बैठ जाएंगे तो आजीवन नाखुस रहेंगे।
हद से ज्यादा
चहाते हैं जो किसी को,
वो ही सबसे ज्यादा तकरार करते हैं,
करो न फिकर अगर वो नाराज हो जाएं,
क्यूंकि नाराज होते हैं वही जो सच्चा प्यार करते हैं।
दोस्ती दिलो को
दोस्ती में दूरियां तो आती रहती हैं,
फिर भी दोस्ती दिलो को मिला देती है,
वो दोस्त ही क्या जो नाराज न हो,
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मिला लेती है।
बारिश की बूंदे
कुछ ख्वाहिशें बारिश की उन बूंदों की तरह होती हैं,
जिन्हें पाने की चाहत में हथेलियाँ तो भीग जाती हैं, मगर हाथ हमेशा खाली रहते हैं।
जीने का तरीका
बहुत जी लिये उनके लिये जो मेरे लिये सबकुछ थे,
अब जीना है बस उनके लिये जिनके लिये हम सब कुछ हैं।
ज़िन्दगी जख्मो से…
मंजिल मिले ना मिले, ये तो मुक़द्दर की बात हैं,
हम कोशिश भी ना करे, ये तो गलत बात हैं,
ज़िन्दगी जख्मो से भरी हैं, वक्त को मरहम बनाना सीख लो,
हारना तो हैं एक दिन मौत से, फिलहाल ज़िन्दगी जीना सीख लो।
आदतें और वक्त़…
बुरी आदतें अगर, वक्त़ पे न बदली जायें
तो वो आदतें,आपका वक्त़ बदल देती हैं।