प्यार पर नाज़
Contents
- 1 प्यार पर नाज़
- 2 प्यार न करियो
- 3 काश कोई तो होता मेरा
- 4 हर मुश्किल आसान
- 5 आप का साथ
- 6 मरने को तो मर भी जाऊँ
- 7 एक स्माईल
- 8 ज़िन्दगी एक सफर
- 9 कल की खुशियाँ
- 10 आँखों का इशारा
- 11 दोस्ती का एहसास
- 12 एक अनोखा एहसास
- 13 उस शख्स का ख्याल
- 14 दिल की ख्वाहिशें
- 15 बेवफाई का एहसास
- 16 टूटे हुए दिल
- 17 एहसासों का इत्तेफाक
- 18 मेरा एहसास
- 19 दिल के ज़ख्म
- 20 मोहब्बत का दर्द
- 21 टूटे दिल की फीलिंग
- 22 दिल के अरमान
- 23 मोहब्बत का नशा
- 24 अकेलापन का अहसास
- 25 तोड़ दो कसम
- 26 जिंदगी की राह
- 27 दिल के खरीदार
- 28 वफा बेवफा
- 29 अक्सर तेरा ज़िक्र
- 30 मासूम दिल
- 31 प्यार के पल
दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है,
बातें करने का एक अंदाज हुआ करता है,
जब तक दिल को नहीं लगती ठोकर, मेरे दोस्त,
सबको अपने प्यार पर नाज़ हुआ करता है।
दिल में लगी आग, जब वो ख़फ़ा हुए,
ये महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
वफ़ा करके तो कुछ दे न सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए, जब वो बेवफ़ा हुए।
प्यार न करियो
नादान, इनकी बातों पर एतबार न कर,
भूलकर भी इन ज़ालिमों से प्यार न कर,
वो क़यामत तलक तेरे पास न आयेंगे,
इनके आने का तू इंतज़ार न कर।
जरूरत है जिनकी वो आज पास नहीं है,
अब उनके दिल मे वो एहसास नहीं है,
हम तड़पते हैं उनसे दो पल बात करने को,
और एक वो हैं, वक्त जिनके पास नहीं है।
काश कोई तो होता मेरा
रोक लेते तुझे हाथ पकड़ कर तेरा, अगर ज़ोर होता मेरा,
ना रोते इस कदर तेरे लिए अगर ज़िन्दगी में कोई और होता मेरा।
आजकल ज़िन्दगी भी जुदा-जुदा सी लगती है,
साँस भी लू तो दिल के जख्मों को हवा लगती है।
हर मुश्किल आसान
तुम उदास से मुझको लगते हो,
कुछ तरकीब बताओ मनाने की,
मैं जिंदगी गिरवी रख दूंगा,
कुछ आश तो हो मुस्काने की।
जाओ माफ़ किया तुम्हें,
अब जीले जिंदगी अपनी मर्जी की,
हम बादशाह हैं मोहब्बत के,
बेवफाओं को मुँह नहीं लगाते।
आप का साथ
बोझिल मुस्कान को दिखाना आसान नहीं होता,
हर पल मुस्कान भी आम नहीं होता,
करना पड़ता है दिखाबा लोगो के सामने,
क्यूंकि रोते चेहरों के कोई साथ नहीं होता।
टेंशन से चेहरे पर पिम्पल पड़ते हैं,
रोने से चेहरे पर रिंकल पड़ते हैं,
इसलिए हमेसा मुस्कुराते रहो,
क्यूंकि हंसने से चेहरे पर डिंपल पड़ते हैं।
मरने को तो मर भी जाऊँ
मरने को तो मर भी जाऊँ उसमे भी कोई मसला नहीं,
लेकिन ये भी तो तय हो कि अभी जी भी रहा हूँ या नहीं।
संवर रहें हैं वो अब किसी और के खातिर,
पर हम तो आज भी बिखरे हैं उन्ही के खातिर।
बड़ी मुश्किलों से सीखा है जीना, दूर होकर तेरे बिना,
अब लोटकर फिर न आना, वरना जान से मार दूंगा हसरत की तरह।
एक स्माईल
एक जोकर ने दर्शकों को एक जोक सुनाया, सब लोग खूब हंसे।
फिर वही जोक उसने दोबारा सुनाया, तो कम लोग हंसे।
उसने वही जोक तीसरी बार भी सुनाया, तो कोई भी ना हंसा।
फिर वह बहुत सीधी सी बात बोला –
जब हम एक खुशी के लिए बार-बार नहीं मुस्कुराते हैं,
तो एक गम के लिए बार-बार क्यों रोते हैं?
ज़िन्दगी एक सफर
ज़िन्दगी है एक सफर आराम से चलते रहो,
उतार-चढ़ाव के हिसाब से गियर बदलते रहो।
तुम मेरी वो स्माइल हो,
जिसे देख घर वालों को मुझ पर शक होता है।
तुम्हारी मुस्कान से शुरू हुई जिंदगी हमारी,
मुस्कराते रहना यूं ही ये दिल की तमन्ना है हमारी।
कल की खुशियाँ
मुस्कुराओ बेझिझक चाहें जैसे भी गम हैं,
किसकी ज़िन्दगी में टेंशन कम हैं,
अच्छा या बुरा ये तो एक भ्रम है,
क्यूंकि ज़िन्दगी का नाम ही ‘कभी खुशी कभी गम’ है।
सजते, दिल में तराने बहुत हैं,
ज़िन्दगी के यूँ तो अफ़साने बहुत हैं,
आप सदा मुस्कुराते रहना यूँ ही,
क्यूंकि आपकी मुस्कुराहट के दीवाने बहुत हैं।
आँखों का इशारा
तेरी निगाहों ने यूँ ही कायल कर दिया,
क्या जरूरत थी आंखें मिकाने की,
यूँ ही बेहोश हो जाते हम,
क्या जरूरत थी मुस्कुराने की।
जब कोई मजबूरी में जुदा होता है,
जरूरी नहीं कि वो बेवफ़ा होता है,
देखकर आंसू आपकी आँखों में,
उसका भी दिल आपसे ज्यादा रोता है।
दोस्ती का एहसास
कभी दिलों में हंसी तो कभी गम भी हैं,
मुस्कुराती हुई आँखें कभी नम भी हैं,
होठों की मुस्कान कभी फीकी ना हो आप की,
क्यूंकि आपकी मुस्कुराहट के दीवाने हम भी हैं।
दूर रहना मोहब्बत से वरना सिर्फ दर्द ही पाओगे,
बहुत मिलेंगे अपना कहने वाले पर याद में उनकी रोते रह जाओगे,
अगर हो तमन्ना प्यार करने की तो करना सिर्फ दोस्तों से,
क्यूंकि इसमें तुम दर्द और आँसू दोनों को भूल जाओगे।
एक अनोखा एहसास
हमारे फूल को उठाकर उसने बड़ी नज़ाकत से मसल दिया,
इशारो-इशारो में ही कह दिया “दिल का भी हम यही हाल करते हैं।”
अब उन्ही से पूछ लो इश्क़ की कीमत,
हम तो सिर्फ भरोसे पे ही बिक गए।
आज पूछ ही लिया मैंने परछाई से, “क्यों चलती हो साथ मेरे?”
उसने भी कह दिया हँसके, “दूसरा कौन है साथ तेरे?”
उस शख्स का ख्याल
ना जाने कैसे उस शख्स को ये हुनर आता है,
रात होते ही आँखों में उतर आता है,
मैं बच के उसके ख्यालों से कहाँ जाऊं,
वो मेरी सोच के हर रास्ते पे नजर आता है।
कभी आंसू तो कभी ख़ुशी देखी,
अक्सर हमने मजबूरी और बेबसी देखी,
उनकी नाराजगी को हम क्या समझें,
जो हमने खुद की तक़दीर ही बेबस देखी।
दिल की ख्वाहिशें
बहुत सी ख्वाहिशें दफन हैं इस दिल में,
ना जाने कैसे दफन होगा एक कब्रिस्तान एक कब्र में।
मजबूरियों को तुम्हारी समझते-समझते,
हर बात तुम्हारी समझ गए हम।
बेवफाई का एहसास
कसूर उनका भी नहीं आखिर वो भी क्या करते,
हजारो चाहने वाले थे उनके आखिर किस-किस से वफ़ा करते।
यूँ ना खेल मेरी मोहब्बत से, बड़ा नाजुक मिजाज हूँ मैं,
यहाँ तुझे खबर भी ना होगी, वहां मैं तेरी दुनिया छोड़ चुका होंगा।
कितना अजीब है जिंदगी का फलसफा भी,
शाम कटती नहीं लेकिन साल गुजरते जा रहे हैं।
टूटे हुए दिल
भले ही महफ़िल प्यार करने वालों की क्यों न हो,
लेकिन उसमें रौनक़ तो दिल टूटे हुए आशिक़ ही लाते हैं।
क़बूल की हमने हर सज़ा सर झुका के,
जैसे कोई बड़ी भूल कर दी हो दिल लगा के।
कुछ पल जिंदगी में यूँही गुज़र जाते हैं,
रह जाती हैं सिर्फ यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं।
उसको तो सही से बिछड़ना भी नहीं आता,
जाते-जाते भी खुद को मेरे दिल में छोड़ गये।
उम्र काट दी पूरी सिर्फ दो अल्फ़ाज़ मे,
एक ‘काश’ मे और दूसरे ‘आश’ मे।
एहसासों का इत्तेफाक
जब इत्तेफाक से मिल जाती हो तुम राहों में कभी,
तो मनो लगता है ऐसा जैसे ज़िन्दगी जा रही हो करीब से कहीं।
आज़ाद कर दिया है मैंने उस पंछी को,
जो मेरे दिल में रहने को अपनी तौहीन समझता था।
मेरे नहीं हो सकते, तो कुछ ऐसा कर दो,
जैसे थे हम पहले फिर से हमें वैसा कर दो।
हैरान हूँ तुम्हारी हसरत को देख कर,
तुमने माँगा सब कुछ, सिर्फ मुझे छोड़ कर।
तेरी तो नीयत ही नहीं थी साथ चलने की,
वरना साथ निभाने वाले कभी रास्ता नहीं देखा करते।
मेरा एहसास
देख कर अक्सर उनको, मुझको ये एहसास होता है,
दुख देने वाला भी कभी-कभी कितना खास होता है।
बहाने क्यों करते हो हमसे रूठ जाने के लिए,
साफ़-साफ़ कह क्यों नहीं देते कि दिल में जगह नहीं है तुम्हारे लिए।
सुना है दर्द का एहसास अपनों को भी होता है,
पर जब दर्द दें अपने ही तो एहसास और भी गहरा होता है।
बिछड़ने का मन तो वो पहले ही बना चुके थे,
उन्हें तो सिर्फ़ मेरी तरफ से बहाना चाहिए था।
यूंही नहीं रोत इश्क़ में कोई,
जिसे चाहों हद से ज्यादा वो आपको रुलाता ही रुलाता है।
दिल के ज़ख्म
हिसाब बराबर रहा अब कोई ग़म नहीं,
जो हमारे पास तुम नहीं, तो तुम्हारे पास हम नहीं।
दिल में ज़ख्म तो हम तुमसे गहरे रखते हैं,
लेकिन ज़ख्मों पर हम मुस्कुराहट के पहरे रखते हैं।
प्यारी हो अगर ज़िन्दगी तुम्हें,
तो ज़िन्दगी में कभी प्यार मत करना।
छोड़ दिया तूने हमें ये अच्छा ही हुआ,
आखिर घमण्ड भी तो हमें बहुत था तेरे होने का।
ना हाल पूछा ना ही खैरियत पूछी,
आज भी उसने मेरी हैसियत पूछी।
मोहब्बत का दर्द
मोहब्बत करने वाले ना चैन से जीते हैं, ना मरते हैं,
सिर्फ फूलों की चाहत में वे काँटों पर से गुजरते हैं।
वो मेरे लिखे सिर्फ लफ्ज़ ही पढ़ सके,
मुझे भी पढ़ पाते इतनी उसकी तालीम कहाँ।
बेशक हमने कसूर तो बहुत किये ज़िन्दगी में,
मगर सज़ा हमें वहाँ मिली जहाँ बेक़सूर थे हम।
फर्क है यहाँ मेरे और तुम्हारे दर्द के बीच,
तुम्हारी तो सिर्फ आँखें रोती हैं, मेरा तो दिल भी रोता है।
जो छीन ले आपसे आपकी ख़ुशी,
उसके लिए रोने का कोई फायदा नहीं।
टूटे दिल की फीलिंग
बिना हमारे अधूरे तुम भी रहोगे,
कभी चाहां था किसी ने ये तुम खुद कहोगे।
इल्ज़ाम लगाने का अंदाज इतना बेहतरीन था उनका,
की हमने खुद के ख़िलाफ़ ही गवाही दे दी।
छोड़ सारी दुनिया को, तुझे अपना बनाया था,
सदियों तक करोगे याद कि किसी से दिल लगाया था।
बेशक मोहब्बत मेरी अधूरी रह गयी,
पर उसका तो टाइम पास हो गया।
इंसान खामोश अपनी मर्जी से नहीं होता,
किसी ने बहुत बुरी तरह सताया होता है।
दिल के अरमान
ए इश्क़ कुछ तो शराफत सीख ले शराब से,
बोतल पे भी तो लिखा होता है ‘ये जानलेवा है।’
वो कहते थे कि हम बहुत अच्छे हैं दिल के,
फिर ना जाने क्यों आज वो बुरा बताकर चले गये।
कुछ शिकवे ऐसे भी थे,
जो हमने खुद ही किये और खुद ही सुने।
बन गयी हूँ खिलौना हाथों की उसके,
रूठता वो है लेकिन टूटती मैं हूँ।
जो देखा मैंने उसे बहुत दिनों बाद,
तो दिल तो ना भरा पर आँख भर आई।
मोहब्बत का नशा
तेरी मुहब्बत पर हक तो नहीं है मेरा,
पर दिल चाहता है इंतजार करू मैं आखरी सास तक तेरा।
अकेलापन का अहसास
जिन्हें पता होता हैं कि अकेलापन क्या होता है,
ऐसे लोग दूसरों के लिए हमेशा हाजिर रहते हैं।
तोड़ दो कसम
तोड़ दो ना वो कसम जो खाई है,
कभी-कभी याद करने में क्या बुराई है।
जिंदगी की राह
किसकी पनाह में तुझको गुज़ारे ऐ जिंदगी,
अब तो राहों ने भी कह दिया घर क्यों नहीं जाते।
दिल के खरीदार
दौलत सारी लुटा दी तुम्हें,
अब कुछ नहीं रहा हमारे पास,
एक दिल बचा था जिस पर हमे गुमान था,
वो भी तुम्हें बेच दिया।
वफा बेवफा
मेरी कोई खता तो साबित कर,
जो बुरा हूँ तो बुरा साबित कर,
तुम्हे चाहा है कितना ये तू क्या जाने,
चल मैं बेवफा ही सही,
तू अपनी वफा सवित कर।
अक्सर तेरा ज़िक्र
अधूरी है हर आयात मेरी तेरे ज़िक्र के बिना,
मेरे हर लफ़्ज़ मेरी हर दुआ की जैसे रूह तुम हो।
मासूम दिल
लिख दूं किताबें तेरी मासूमियत पर फिर डर लगता है,
कहीं हर कोई तुझे पाने का तलबगार ना हो जाये।
प्यार के पल
जी चाहता है उन पलों को स्टैच्यू बोल दूँ,
जिन पलों में हम कभी साथ थे।