हर करम अपना करेंगे ए वतन तेरे लिए लिरिक्स – Har Karam Apna Karenge – Desh Bhakti Geet – Bhajan Lyrics
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Singer | Mohammad Aziz, Kavita Krishnamurthy |
Singer | Laxmikant – Pyarelal |
हर करम अपना करेंगे ए वतन तेरे लिए लिरिक्स
मेरा कर्मा तू, मेरा धर्मा तू
तेरा सब कुछ मैं, मेरा सब कुछ तू
हर करम अपना करेंगे,
हर करम अपना करेंगे
ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।
हर करम अपना करेंगे,
ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।
हर करम अपना करेंगे,
ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।
तू मेरा कर्मा, तू मेरा धर्मा,
तू मेरा अभिमान है
ऐ वतन, महबूब मेरे,
तुझपे दिल क़ुर्बान है ।
हम जियेंगे और मरेंगे,
ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई,
हमवतन, हमनाम हैं ।
जो करे इनको जुदा मज़हब नहीं,
इल्ज़ाम है
हम जियेंगे और मरेंगे
ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।
तेरी गलियों में चलाकर
नफ़रतों की गोलियाँ
लूटते हैं कुछ लुटेरे
दुल्हनों की डोलियाँ ।
लुट रहे है आप वो,
अपने घरों को लूट कर ।
खेलते हैं बेखबर,
अपने लहू से होलियाँ
हम जियेंगे और मरेंगे
ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।
हर करम अपना करेंगे,
ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।
हर करम अपना करेंगे,
ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है जाँ भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए ।