आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं Aao Bachcho Tumhe Dikhaye – Bhajan Lyrics

आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं Aao Bachcho Tumhe Dikhaye – Bhajan Lyrics

  • Title Song         : Aao Bachcho Tumhe Dikhaye
  • Film                  : Jagriti
  • Music Director : Hemant Kumar
  • Lyricist Singer  : Pradeep

आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान की हिन्दी लिरिक्स

आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वंदे मातरम …
उत्तर में रखवाली करता पर्वतराज विराट है
दक्षिण में चरणों को धोता सागर का सम्राट है
जमुना जी के तट को देखो गंगा का ये घाट है
बाट-बाट पे हाट-हाट में यहाँ निराला ठाठ है
देखो ये तस्वीरें अपने गौरव की अभिमान की,
इस मिट्टी से …
ये है अपना राजपूताना नाज़ इसे तलवारों पे
इसने सारा जीवन काटा बरछी तीर कटारों पे
ये प्रताप का वतन पला है आज़ादी के नारों पे
कूद पड़ी थी यहाँ हज़ारों पद्मिनियाँ अंगारों पे
बोल रही है कण कण से कुरबानी राजस्थान की
देखो मुल्क मराठों का ये यहाँ शिवाजी डोला था
मुग़लों की ताकत को जिसने तलवारों पे तोला था
हर पावत पे आग लगी थी हर पत्थर एक शोला था
बोली हर-हर महादेव की बच्चा-बच्चा बोला था
यहाँ शिवाजी ने रखी थी लाज हमारी शान की
इस मिट्टी से …
जलियाँ वाला बाग ये देखो यहाँ चली थी गोलियाँ
ये मत पूछो किसने खेली यहाँ खून की होलियाँ
एक तरफ़ बंदूकें दन दन एक तरफ़ थी टोलियाँ
मरनेवाले बोल रहे थे इनक़लाब की बोलियाँ
यहाँ लगा दी बहनों ने भी बाजी अपनी जान की
इस मिट्टी से …
ये देखो बंगाल यहाँ का हर चप्पा हरियाला है
यहाँ का बच्चा-बच्चा अपने देश पे मरनेवाला है
ढाला है इसको बिजली ने भूचालों ने पाला है
मुट्ठी में तूफ़ान बंधा है और प्राण में ज्वाला है
जन्मभूमि है यही हमारे वीर सुभाष महान की
इस मिट्टी से …

“आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ” एक प्रसिद्ध देशभक्ति गीत है, जिसे कवि प्रदीप ने लिखा और गाया है। यह गीत 1954 की फिल्म जागृति में शामिल है और इसका संगीत हेमंत कुमार ने तैयार किया है। यह गीत भारत की विविधता, वीरता और बलिदान की भावना को दर्शाता है।


🎶 गीत: आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ

आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ झाँकी हिंदुस्तान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्

उत्तर में रखवाली करता पर्वतराज विराट है
दक्षिण में चरणों को धोता सागर का सम्राट है
जमुना जी के तट को देखो गंगा का ये घाट है
बात-बात पे हाट-हाट में यहाँ निराला ठाठ है
देखो ये तस्वीरें अपनी गौरव की, अभिमान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्

ये है अपना राजपुताना, नाज़ इसे तलवारों पे
इसने सारा जीवन काटा बरछी, तीर, कटारों पे
ये प्रताप का वतन पला है आज़ादी के नारों पे
कूद पड़ी थीं यहाँ हज़ारों पद्मिनियाँ अंगारों पे
बोल रही है कण-कण से कुर्बानी राजस्थान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्

देखो मुल्क मराठों का ये जहाँ शिवाजी डोला था
मुग़लों की ताक़त को जिसने तलवारों पे तोला था
हर पर्वत पे आग लगी थी हर पत्थर एक शोला था
बोली हर-हर महादेव की बच्चा-बच्चा बोला था
यहाँ शिवाजी ने रखी थी लाज हमारी शान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्

जलियाँवाला बाग़ ये देखो, यहाँ चली थीं गोलियाँ
ये मत पूछो किसने खेली यहाँ ख़ून की होलियाँ
एक तरफ़ बंदूकें दन-दन, एक तरफ़ थी तोलियाँ
मरने वाले बोल रहे थे इंक़लाब की बोलियाँ
यहाँ लगी थी बहनों ने भी बाज़ी अपनी जान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्

ये देखो बंगाल, यहाँ का हर चप्पा हरा-भरा है
यहाँ का बच्चा-बच्चा अपने देश पे मरने वाला है
ढला है इसको बिजली ने, भूकंपों ने पाला है
मुट्ठी में तूफ़ान बाँधा है और प्राण में ज्वाला है
जन्मभूमि है यही हमारे वीर सुभाष महान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्


📄 पीडीएफ संस्करण

यदि आप इस गीत के पीडीएफ संस्करण को डाउनलोड करना चाहते हैं, तो आप PlanetRead की वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं:


📺 वीडियो लिंक

इस गीत का वीडियो आप यहाँ देख सकते हैं:


यह गीत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करता है, और हमें आज़ादी के महत्व का एहसास कराता है। यदि आप इस गीत का कवर वर्ज़न या अन्य देशभक्ति गीतों की जानकारी चाहते हैं, तो कृपया बताएं, मैं आपकी सहायता करने के लिए तत्पर हूँ।

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