इंतज़ार की घड़ी
आज फिर कोई ग़ज़ल तेरे नाम न हो जाए,
कहीं लिखते-लिखते सब्र का इंतहा न हो जाए,
एक ज़माने से कर रहा हूँ इंतज़ार तेरी,
इसी इंतज़ार के चलते, ये ज़िन्दगी तबाह न हो जाए।
भीगी आँखों से इंतज़ार रहता है,
ज़ुबान पे न सही पर दिल में प्यार रहता है,
खुली आँखों से क्यों देखते हैं हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी, सच होने का इंतज़ार रहता है।
इंतज़ार यार का
ए पलक बंद हो जा, कम से कम ख़्वाबों में उनकी सूरत तो नज़र आएगी,
इंतज़ार तो सुबह फिर से शुरू होगा, कम से कम रात तो खुशनुमा बीत जाएगी।
ये जो पलकों पे है खुमार आप का,
हाँ इसी को कहते हैं इंतज़ार यार का।
मत करवा इंतज़ार इतना, कि वक़्त के फैसले पे तुम्हे अफ़सोस हो,
क्या पता तुम जब मिलने आओ तब तक हमारी सांसें ख़ामोश हो।
हम इंतज़ार करेंगे
कोई है जिसका मुझको बेसब्री से इंतज़ार है,
ख़्वाबों में वो और उसी का ख़याल है,
नींद, चैन सब कुछ ले कर फ़रार है,
कब आएगी वो जिसका इस दिल को इंतज़ार है।
तुम विश्वास करो न करो हम एतबार करेंगे,
तुम सच्चा मानो न मानो हम प्यार करेंगे,
ये दिल का रिश्ता है ही कुछ ऐसा,
तुम आओ न आओ हम इंतज़ार करेंगे।
तेरा इंतज़ार
ख़्वाबों में जीने की जब आदत पड़ जाती है,
हक़ीक़त की दुनिया तब बेरंग नज़र आती है,
कोई इंतज़ार करता है मोहब्बत का,
तो किसी की मोहब्बत इंतज़ार बन जाती है।
एक बार एतबार कर के, लिख दो,
कितना करते हो प्यार हमसे, लिख दो,
नहीं कट पायेगी ये ज़िन्दगी तुम्हारे बिन,
कितना करना है इंतज़ार, लिख दो।
मैसेज का इंतज़ार
पलकें भी आँखों से सवाल करती हैं,
हर वक़्त आपको याद करती हैं,
जब तक होते हैं आप ऑनलाइन,
तब तक आपके मैसेज का ही इंतज़ार करती हैं।
उस आँखों की तरफ मत देखो,
जो आप को देखने से इनकार करती हैं,
आप केवल उन्ही आँखों को देखो,
जो सिर्फ़ आपका इंतज़ार करती हैं।